प्रिय पाठकों! माय ईयर एग्जाम डॉट इन में आपका स्वागत है। आज इस लेख के माध्यम से भूगोल के बारे में विस्तृत जानकारी प्राप्त करेंगे जिसके अंतर्गत हमने इस लेख में भूगोल किसे कहतेे हैं | भूगोल का वर्णन | भूगोल का अर्थ | भूगोल की परिभाषा एवं भूगोल की प्रमुख शाखाएं जैसे महत्वपूर्ण टॉपिक को शामिल किया है जो निम्नलिखित इस प्रकार हैं :-

भूगोल किसे कहते हैं?

• रिचर्ड हार्टशोर्न के अनुसार : भूगोल का उद्देश्य धरातल की प्रादेशिक/क्षेत्रीय भिन्नता का वर्णन एवं व्याख्या करना है।

Bhugol ka Arth aur paribhasha, bhugol kya hai भूगोल का अर्थ एवं परिभाषा

• अल्फ्रेड हैटनर के अनुसार : भूगोल धरातल वेफ विभिन्न भागों में कारणात्मक रूप से संबंधित तथ्यों में भिन्नता का अध्ययन करता है।

भूगोल का वर्णन

◾सर्वप्रथम भूगोल (Geography) शब्द का प्रयोग इरेटोस्थनीज, एक ग्रीक विद्वान (276-194 ई. पूर्व) ने किया यह शब्द ग्रीक के दो मूल 'Geo' (पृथ्वी) एवं 'Graphos' (वर्णन) से प्राप्त किया गया है। दोनों को एक साथ रखने पर इसका अर्थ बनता है 'पृथ्वी का वर्णन'।

◾पृथ्वी को सर्वदा मानव के आवास के रूप में देखा गया है और इस दृष्टि से विद्वान भूगोल को ‘मानव के निवास के रूप में पृथ्वी का वर्णन’ परिभाषित करते हैं। आप इस तथ्य से तो परिचित ही हैं कि यथार्थता बहु-आयामी होती है तथा पृथ्वी भी बहु-आयामी है इसीलिए अनेक प्राकृतिक विज्ञान जैसे- भौमिकी, मृदा विज्ञान, समुद्र विज्ञान, वनस्पति शास्त्रा, जीवन विज्ञान, मौसम विज्ञान तथा अन्य सहविज्ञान, सामाजिक विज्ञान के अनेक सहयोगी विषय जैसे-अर्थशास्त्र, इतिहास, समाजशास्त्र,  राजनीति विज्ञान, नृ-विज्ञान इत्यादि धरातल की वास्तविकता के विभिन्न पक्षों का अध्ययन करते हैं। भूगोल अन्य विज्ञानों से विषयवस्तु तथा विधितंत्र में भिन्न है परंतु साथ ही अन्य विषयों से इसका निकट का संबंध है। भूगोल सभी प्राकृतिक एवं सामाजिक विषयों से सूचनाधार प्राप्त कर उसका संश्लेषण करता है।

◾हिकेटियस ने अपनी पुस्तक जस परिडियोस अर्थात पृथ्वी का वर्णन में सर्वप्रथम भौगोलिक तत्वों का क्रमबद्ध समावेश किया है।

◾20वीं शताब्दी के आरंभ में भूगोल मनुष्य और पर्यावरण के पारस्परिक संबंधों के अध्ययन के रूप में विकसित हुआ इसकी दो विचारधाराएं थी−

1. संभववाद :− इसके अनुसार मनुष्य अपने पर्यावरण में परिवर्तन करने में समर्थ है तथा वह प्रकृति प्रदत अनेक संभावनाओं को अपनी इच्छा के अनुसार उपयोग कर सकता है। इस विचारधारा के समर्थक भूगोलवेत्ता वाइडल-डि-ला-ब्लाश और फैब्रो है।

2. निश्चयवाद :− इसके अनुसार मनुष्य के सारे काम पर्यावरण द्वारा निर्धारित होते हैं अत मनुष्य को स्वेच्छा पूर्वक कुछ करने की स्वतंत्रता कम है। इस विचारधारा के प्रमुख समर्थक भूगोलवेत्ता रिटर, रेटजेल ( नवीन निश्चयवाद का संस्थापक) एलेन सैंपुल और हटिंगटन हैं।

◾स्ट्रेबो के अनुसार भूगोल परिभाषा :− भूगोल एक ऐसा विषय है जिसका लक्ष्य लोगों को विश्व आकाशीय पिंडो, स्थल, महासागर, वनस्पतियों, जीव-जंतु, फलो तथा भू-धरातल के क्षेत्रों में देखी जाने वाली प्रत्येक अन्य वस्तुओं का ज्ञान प्राप्त कराना है।


भूगोल की कुछ महत्वपूर्ण परिभाषाएं

कांट के अनुसार :− भूगोल भू-तल का क्षेत्र  विवेचनात्मक अध्ययन करने वाला विषय है।

कार्ल रिटर अनुसार :− भूगोल विज्ञान की वह शाखा है जो भूमंडल के विभिन्न लक्षणों, घटनाओं तथा उनके संबंधों का अध्ययन करती है। रिटर ने भूगोल में प्रादेशिक उपागम पर बल दिया।

हम्बोल्ट के अनुसार :− भूगोल प्रकृति के अध्ययन से संबंधित विज्ञान है तथा इसका उद्देश्य विभिन्न प्राकृतिक तत्वों के अंतसंबंधों का अध्ययन करना है। हंबोल्ट ने भूगोल को एक विवेचनात्मक विज्ञान माना है।

रेटजेल के अनुसार :− भूगोल माना तथा उसके पर्यावरण के बीच संबंधों के अध्ययन का विषय है रेटजेल में भूगोल में मानव केंद्रीय विचारधारा पर बल दिया है।

हार्टशान के अनुसार :− भूगोल क्षेत्रीय विभिनता का अध्ययन तथा उनका विश्लेषण करता है।

क्लॉडियस टॉलमी के अनुसार :− भूगोल पृथ्वी की झलक को स्वर्ग में देखने वाला आभामय विषय है।

ऑर्थर होम्स के अनुसार :− भूगोल में पृथ्वी के उस भाग का अध्ययन किया जाता है जो मानव के रहने का स्थान है।


भूगोल की शाखाएं

भूगोल की मुख्य: दो शाखाएं निम्नलिखित हैं :-

  1. भौतिक भूगोल
  2. मानव भूगोल
1. भौतिक भूगोल :− भौतिक भूगोल के अंतर्गत मनुष्य से संबंधित भौतिक वस्तुओं जैसे - समुंद्र, पृथी, वायुमंडल आदि के तत्व एवं इनके परिवर्तन लाने वाले कारकों का अध्ययन किया जाता है।

2. मानव भूगोल :− मानव भूगोल के अंतर्गत मनुष्य के जन्म से लेकर वर्तमान समय तक उसके विकास, क्रियाकलापों, परिवर्तनों एवं स्थानांतरण आदि का अध्ययन किया जाता है।


भूगोल की अन्य महत्वपूर्ण शाखाएं


क्र. सं. वैज्ञानिक भूगोल की शाखा
 1.  हिकेटियस  भूगोल का जनक
 2.  इरेटोस्थनीज  व्यवस्थित भूगोल का जनक, जियोग्राफिका  शब्द का प्रथम प्रस्तावक
 3.  पोलिडोनियस  भौतिक भूगोल का जनक
 4.  कार्ल ओ सावर  संस्कृतिक भूगोल का जनक
 5.  थेल्स एवं एनेंजीमेंडर  गणितीय भूगोल के संस्थापक
 6.  एनेंजीमेंडर  विश्व मानचित्र के निर्माणकर्ता
 7.  मार्टिन बेहम  विश्व ग्लोब निर्माता
 8.  स्ट्राबो  भौगोलिक विश्वकोश
 9.  फ्रेडरिक रेटजेल  मानव भूगोल का पिता
 10.  एलेक्सजेंडर बोन हमबोल्ट  वर्तमान भूगोल का जनक


निष्कर्ष 

दोस्तों हमें उम्मीद है कि भारत की भूगोल से संबंधित इस लेख में शामिल महत्वपूर्ण टॉपिक जैसे- भूगोल किसे कहते है, भूगोल का अर्थ, भूगोल का परिभाषा, भूगोल का वर्णन एवं भूगोल की प्रमुख शाखाएं आपके लिए मददगार साबित हुआ होगा। इसी प्रकार की सामान्य ज्ञान से जुड़ी नई-नई जानकारियों के लिए हमारी वेबसाइट www.MyNearExam.in को विजिट करते रहे धन्यवाद